मिल जायेगा कांग्रेस को नया अध्यक्ष
आखिरकार तीन साल की प्रतीक्षा के बाद कांग्रेस को दिवाली से पहले नया राष्ट्रीय अध्यक्ष मिल जायेगा. कांग्रेस के केन्द्रीय चुनाव प्राधिकरण प्रमुख मधुसुदन मिस्त्री ने रविवार को अध्यक्ष पद के चुनाव की तारीखों का एलान करते हुए बताया कि यह चुनाव १७ अक्टूबर को होगा और मतगणना १९ अक्टूबर को होगी. अगर सिर्फ एक ही उम्मीदवार ने नामांकन किया तो नामांकन पत्रों की जांच के दिन १ अक्टूबर को ही कांग्रेस को नया अध्यक्ष मिल जायेगा.
श्री मिस्त्री ने प्रेस को यह जानकारी देते हुए बताया कि सोनिया गांधी की अध्यक्षता में कांग्रेस कार्यसमिति की वर्चुअल बैठक में इस चुनाव कार्यक्रम को मंजूरी दे दी गयी. सभी प्रदेशों से चुने गए ९००० से अधिक ए आई सी सी प्रतिनिधि इसमें मतदान करेंगे. पार्टी में पिछली बार २००० में इस पद के लिए चुनाव हुए थे.
ये और बात है कि इसके पहले जब भी चुनाव की नौबत आयी गांधी परिवार से बाहर के उम्मीदवार को न केवल मुंहकी खानी पड़ी बल्कि दुनिया से भी विदा लेनी पड़ी. माधवराव सिंधिया, राजेश पायलट, जितेन्द्र प्रसाद ऐसे ही दावेदार रहे. इधर अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी से लगातार इनकार के बावजूद दरबारियों ने राहुल गांधी को मनाने के प्रयास नहीं छोड़े हैं. हालांकि अभी तक १० जनपथ से राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए आगे करने का एक इशारा सुगबुगाया था. परन्तु अशोक गहलोत ने राजस्थान की ही सियासत की बात कह कर एक तरह से मुकाबले में आने को टाल दिया है.
मधुसुदन मिस्त्री ने गुलाम नबी आजाद के पार्टी छोड़ने के सवाल पर कुछ भी प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया है. बेशक राहुल और प्रियंका दोनों ही माँ के साथ विदेश में हैं लेकिन उनमे से भी किसी ने इस सवाल पर कोई टिप्पणी नहीं की है. अब देखना ये है कि कांग्रेस इस बहुप्रतीक्षित अध्यक्ष पद के लिए अपने किस ट्रम्प कार्ड को आगे करती है. वैसे इतना तो तय है कि अगर राहुल गांधी किसी भी तरह से राज़ी नहीं हुए तो कोई ऐसा बुजुर्ग चेहरा सामने आलाकमान की ओर से पेश किया जा सकता है जो एक इशारे पर गांधी परिवार के लिए गद्दी छोड़ सकता हो.