उम्र किसी की मोहताज नहीं होती, एक 56 वर्षीय बुजुर्ग महिला ने स्टेज पर सुन्दर नृत्य पेश करके सभी की तारीफ बटोर ली. इतने अच्छे तरीके से उन्होंने अपनी संस्कृति को, अपनी गढ़वाल की परंपरा और संस्कृति को लोगों के सामने प्रस्तुत किया कि चारों तरफ तालियां बजने लगी. यहां तक कि कार्यक्रम के दौरान कुछ महिलाएं सीटियां बजाती हुई दिखाई दीं. महिला आयोग के द्वारा बुजुर्ग महिला को तीज क्वीन का द्वितीय पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया.
बता दें कि महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल द्वारा ऋषिकेश भारत मंदिर पब्लिक स्कूल में तीज महोत्सव एवं महिला मिलन कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में ऋषिकेश में आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से भारी मात्रा में महिलाओं ने भाग लिया. कार्यक्रम के दौरान महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल द्वारा महिलाओं को उनके अधिकार के बारे में जानकारी दी गई. कार्यक्रम के दौरान महिलाओं ने अलग-अलग कार्यक्रम की प्रस्तुति की. पुरस्कार पाकर महिलाएं काफी खुश नजर आईं और उन्होंने गीतों की भी प्रस्तुति की.