27 जून को देशव्यापी बैंक हड़ताल
यूनाइटेड फोरम आफ बैंक यूनियंस के बैनर तले सार्वजनिक क्षेत्र के बैंककर्मियों ने केंद्र सरकार एवं आईबीए की हठधर्मिता के कारण लंबित मांगों हेतु आज स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, मुख्य शाखा, हजरतगंज के समक्ष सभा एवं प्रदर्शन किया.
फोरम के प्रदेश संयोजक वाई. के. अरोड़ा ने बताया हमारी प्रमुख मांगे जिसमें पांच दिवसीय बैंकिंग, पेंशन का पुन: निर्धारण, नवीन पेंशन योजना की समाप्ति एवं पुरानी पेंशन योजना को लागू करने, बैंक कर्मियों के दीर्घ लंबित मुद्दों पर निर्णय, (CSB Bank) सीएसबी बैंक तथा (DBS Bank) डीबीएस बैंक में वेतन समझौते को लागू करना आदि हैं. इसी क्रम में फोरम ने 27 जून को देशव्यापी बैंक हड़ताल का आह्वान किया है.
प्रदर्शन को पवन कुमार, वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, (ऑयबाक) ने बताया कि- "वर्ष 1986 से पेंशन अपडेट नहीं हुई जबकि अन्य सरकारी उपक्रमों में वेतन संशोधन के साथ ही पेंशन भी अपडेट की जाती हैं."
एन.सी.बी.ई. के महामंत्री अखिलेश मोहन ने कहा- "रिजर्व बैंक तथा केंद्रीय सरकारी कार्यालय पांच दिवसीय हो सकते हैं तो यह व्यवस्था बैंकों में भी लागू होनी चाहिए." दीप बाजपेई, प्रदेश उपाध्यक्ष, (यू.पी.बी.ई.यू.) ने कहा- "नवीन पेंशन योजना समाप्त कर पुरानी पेंशन योजना को तुरंत लागू किया जाए." फोरम के लखनऊ संयोजक अनिल श्रीवास्तव ने बताया- "बैंककर्मियों के दीर्घ लंबित मुद्दों का निर्णय शीघ्र ना किया गया तो हम लंबे संघर्ष के लिए तैयार हैं."
सभा को सौरभ श्रीवास्तव, महामंत्री, बैंक ऑफ इंडिया आफीसर्स एसोसिएशन, एस.के. संगतानी, महामंत्री, केनरा बैंक अधिकारी संघ, पी. एस. भाटिया, पंजाब एंड सिंध बैंक एम्पलाइज एसोसिएशन, वीके श्रीवास्तव, सहायक महामंत्री, सेंट्रल बैंक स्टाफ एसोसिएशन के अतिरिक्त एसके अग्रवाल, वीके माथुर, संदीप सिंह, विभाकर कुशवाहा, मनमोहन दास, दिवाकर सिंह, बीडी पांडेय, अमिताभ मिश्रा, राजेश शुक्ला, नीलम वार्श्नेय आदि बैंक नेताओं ने बैंककर्मियों की मांगों पर ध्यान न देने के लिए केंद्र सरकार एवं आईबीए की घोर निन्दा की.
फोरम के मीडिया प्रभारी अनिल तिवारी ने बताया कि 24 जून को शाम 5.30 बजे यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, नावेल्टी सिनेमा परिसर पर तथा देशव्यापी बैंक हड़ताल पर 27 जून को इंडियन बैंक, हजरतगंज (पूर्व इलाहाबाद बैंक) पर 11.30 बजे सभा एवं प्रदर्शन किया जाएगा.