Media4Citizen Logo
खबर आज भी, कल भी - आपका अपना न्यूज़ पोर्टल
www.media4citizen.com

स्वामी चिदानंद सरस्वती जी महाराज : 70 वां अवतरण दिवस समारोह

अध्यात्म की मूल अवधारणा को जीवन में जीने वाले पूज्य स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी जी को उनके अवतरण दिवस की शुभकामनायें भेंट करते हुये कहा कि चरैवेति-चरैवेति के सूत्र को वे हर क्षण जीते है. आइडियल लाइफ है पूज्य स्वामी की, वे यशस्वी जीवन जी रहे हैं.

70 वां अवतरण दिवस समारोह
70 वां अवतरण दिवस समारोह

ऋषिकेश में  परमार्थ निकेतन में पूज्य स्वामी चिदानंद सरस्वती जी महाराज के 70 वें अवतरण दिवस के अवसर पर आज प्रसिद्ध योगगुरू स्वामी रामदेव जी महाराज, पूज्य श्री रमेश भाई ओझा जी (भाई श्री), अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत श्री रवींद्र पुरी जी, गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानन्द जी, महामंडलेश्वर स्वामी हरि चेतनानंदजी, स्वामी ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी जी और अनेकानेक पूज्य संतों का पावन सान्निध्य और आशीर्वाद प्राप्त हुआ. आज के पावन अवसर पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला, विधान सभा अध्यक्ष उत्तराखंड सरकार श्रीमती ऋतु खंडूरी और विभिन्न विशिष्ट अतिथियों ने सहभाग कर पूज्य स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी द्वारा वैश्विक स्तरपर किये जा रहे सेवा कार्यो की भूरि-भूरि प्रशंसा की.

पूज्य स्वामी जी के अवतरण दिवस के अवसर पर परमार्थ निकेतन वैश्विक परिवार ने (3 जून से 9 जून 2022) तक एक विशेष 7 दिवसीय गुरू समर्पण सेवा सप्ताह का आयोजन किया है. इस अद्वितीय सेवा सप्ताह समारोह में भारत सहित दुनिया भर के उन सभी विशिष्ट अतिथियों ने सहभाग किया जिन्हें पूज्य स्वामी जी ने अपनी सेवाओं के माध्यम से प्रेरित और प्रभावित किया हैं. इस अवसर पर प्रसिद्ध सूफी गायक श्री कैलाश खेर जी और कैलाशा बैंड ने संगीत के माध्यम से पूज्य स्वामी जी के अवतरण दिवस पर अपनी शुभकामनायें समर्पित की.

आज के दिन की शुरूआत पवित्र यज्ञ और योग के साथ हुई। तत्पश्चात सभी विशिष्ट अतिथियों ने 75 वें अमृत महोत्सव के अवसर पर परमार्थ निकेेतन गंगा तट पर पर्यावरण और नदियों को समर्पित मानस कथा में सहभाग किया. इस पावन मंच से आज पूज्य संतों का उद्बोधन और आशीर्वाद प्राप्त हुआ तथा स्वामी चिदानंद सरस्वती जी के जीवन पर आधारित वृत्तचित्र का विशेष प्रसारण किया गया. जो कि वैश्विक स्तर पर उनके द्वारा किये जा रहे कार्यों की विशाल श्रृंखला, निस्वार्थ सेवा और अथक प्रयासों को समर्पित है. साथ ही इस पावन अवसर पर उनके जीवन, उनकी शिक्षाओं और उनके दिव्य संस्मरणों को सभी के साथ साझा किया गया.
इस पावन अवसर पर परमार्थ निकेतन आश्रम ट्रस्ट और रेलिगेयर फाउंडेशन द्वारा 150 बेड वाला मल्टी-स्पेशियलिटी अस्पताल बनाने के साथ पर्यावरण के अनुकूल 50 बेड के आंखों का अस्पताल बनाये जाने की घोषणा भी की.

स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने सेवा का महत्व बताते हुये कहा कि जीवन में सौम्यता, सरलता, सजगता और मधुरता हो यही तो सेवा है. भारत के लिये सभी को मिलकर कार्य करने का आह्वान किया. योगगुरू स्वामी रामदेव जी ने कहा कि श्रेष्ठ महापुरुषों की दिव्य श्रंखला को माँ गंगा के पावन तट पर एक साथ दर्शन करना भी विलक्षण है. उन्होंने अध्यात्म की मूल अवधारणा को जीवन में जीने वाले पूज्य स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी जी को उनके अवतरण दिवस की शुभकामनायें भेंट करते हुये कहा कि चरैवेति-चरैवेति के सूत्र को वे हर क्षण जीते है. आइडियल लाइफ है पूज्य स्वामी की, वे यशस्वी जीवन जी रहे हैं. स्वामी जी शरीर, शील और कर्म से सभी के लिये प्रेरणास्रोत है। पूरे विश्व के विश्वविद्यालयों को हिन्दूधर्म विश्वकोश के माध्यम से स्वामी जी ने हिन्दूधर्म का परिचय कराया है। उन्होंने कहा कि योग के माध्यम से पूरी दुनिया भारतीय संस्कृति की ओर लौट रही है और लौटना भी चाहिये। गाय के गोबर के गमले में लगे रूद्राक्ष के पौधे को देखकर बोले कि पूज्य स्वामी जी के प्रतीक छोटे और प्रेरणायें बड़ी-बड़ी होती है.

लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिड़ला जी ने कहा कि स्वामी जी ने अपने जीवन की सात दशकों की यात्रा भारतीय संस्कृति और परोपकार को समर्पित की. इस अवसर पर उन्हें मेरा प्रणाम और शुभकामनायें. देवभूमि की दिव्य नगरी और ऋषिकेश की पावन धरती परमार्थ निकेतन में मुझे अद्भुत ज्ञान के साथ प्रेरणा मिलती है. गंगा आरती के माध्यम से सम्पूर्ण समाज के अन्दर दिव्य ज्योति जगाने का कार्य परमार्थ निकेतन आश्रम कर रहा है. आध्यात्मिक ज्ञान और संस्कृति के माध्यम से मानव परोपकार का कार्य सतत यहां से हो रहा है.

उन्होंने कहा कि भारत को दुनिया का सबसे अग्रज राष्ट्र बनाना है, मुझे विश्वास है पूज्य संतों के आशीर्वाद से भारत पर्यावरण संरक्षण से सबसे आगे होगा. मुझे परमार्थ निकेतन और पूज्य संतों के आशीर्वाद से आध्यात्मिक उर्जा मिलती है. स्वामी जी ने अपना पूरा जीवन मानवता की सेवा में समर्पित किया है; हिन्दू धर्म विश्वकोश को पूरे विश्व में पहुंचाने हेतु अद्भुत कार्य किया है. उन्होंने कहा कि योग हमारी जीवनचर्या में होना चाहिये. हम सभी मिलकर देवभूमि की संस्कृति को देश और पूरी दुनिया में पहुँचायेंगे. भारतभूमि सभी को शान्ति का संदेश देती है. आज दुनिया को शाश्वत शान्ति की आवश्यकता है. राष्ट्र निर्माण में स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी का विलक्षण योगदान है.

पूज्य श्री रमेश भाई ओझा जी (भाई श्री) ने कहा कि पूज्य स्वामी के जीवन में स्वाभाविक रूप से प्रेम, पवित्रता, शीतलता, मधुरता और साधना गंगा जी की तरह समाहित है. उन्होंने कहा कि पूज्य स्वामी हमारे देवऋषि हैं. पूज्य गुरूशरणानन्द जी द्वारा भेजे दिव्य आशीर्वाद को भी पूज्य भाई श्री जी ने पूज्य स्वामी जी को समर्पित किया. गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानन्द जी ने कहा कि स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी का जीवन सत्य से जुड़ा हुआ है इसलिये सत्य की तरह विराट है. पर्यावरण, गंगा, भारतीयता और राष्ट्रीयता को पूरे विश्व में पहुंचाने के लिये स्वामी जी का अभिनन्दन. पूज्य स्वामी धर्मदेव जी महाराज ने कहा कि माँ गंगा की अविरल और पवित्र धारा की तरह पूज्य स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी सम्पूर्ण मानवता के हृदय में ज्ञान, भक्ति, सेवा की धारा प्रवाहित कर रहे हैं. वे वास्तव में परमेश्वर के दूत हैं.

पूज्य महंत श्री रवींद्र पुरी जी ने कहा कि गंगा जी की जो महत्ता है पूज्य स्वामी जी ने गंगा आरती के माध्यम से उसे पूरे विश्व में प्रकाशित किया है. उनका पूरा जीवन भी गंगा की तरह पवित्र और शुचिता से युक्त है.
महामण्डलेश्वर पूज्य स्वामी हरि चेतनानंदजी ने कहा कि भगीरथी गंगा के पावन तट से सभी पूज्य संत स्वामी जी को मंगल कामनायें अर्पित कर रहे हैं. पर्यावरण के क्षेत्र में पूज्य स्वामी जी का अद्भुत योगदान है. स्वामी जी राष्ट्र, प्रकृति और पर्यावरण के लिये समर्पित जीवन जी रहे हैं. जब भी प्रकृति और वृक्षारोपण की बात की जायेगी पूज्य स्वामी जी महाराज को हमेशा याद किया जायेगा.

पूज्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानन्द जी महाराज ने भारतीय परम्पराओं को आत्मसात करने वाले पूज्य स्वामी जी को अवतरण दिवस की शुभकामनायें देते हुये कहा कि गंगा जी की आरती और विश्व शान्ति हवन के माध्यम से पूज्य स्वामी जी ने भारतीय संस्कृति को पूरे विश्व में प्रसारित किया है. उन्होंने कहा कि आप शतायु हो और वसुधैव कुटुम्बकम् का संदेश पूरे विश्व में प्रसारित करते रहें. साध्वी भगवती सरस्वती जी ने कहा कि पूज्य स्वामी जी ने अपना पूरा जीवन माँ गंगा, पर्यावरण और मानवता के लिये समर्पित किया है हम उनके दिव्य संदेशों को गंगापुत्र के माध्यम से आत्मसात कर अपने जीवन को धन्य बनाये. पूज्य मंहत रघुमणि जी महाराज ने कहा कि संत तप, साधना और कर्म से बनता है और पूज्य स्वामी जी का जीवन इसकी त्रिवेणी है. पूज्य स्वामी विवेकानन्द जी ने कहा कि जिसके जीवन में संत आ जाते हैं उसके जीवन में सदा के लिये बंसत आ जाता है. स्वामी जी ने पर्यावरण के क्षेत्र में विलक्षण योगदान देकर सभी के जीवन में बंसत लाया है. पूज्य स्वामी ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी जी ने कहा कि पूज्य स्वामी जी सादगी और प्रेम के प्रतीक हैं. समाज व राष्ट्र की सेवा के लिये गंगा की अविरल धारा की तरह दिव्य धारा पूज्य स्वामी जी ने प्रवाहित की है. उन्होंने भारतीय संस्कृति और संस्कृत की पताका पूरे विश्व में फहरायी है.

मानस कथाकार संत श्री मुरलीधर जी महाराज ने पूज्य स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज के 70 वें अवतरण दिवस के अवसर पर 70 किलो सुगंधित पुष्पों की माला पूरे मानस परिवार की ओर से समर्पित कर स्वागत किया. पूज्य अजय भाई जी ने कहा कि जीवात्मा और परमात्मा के मध्य में महात्मा होता है और पूज्य स्वामी जी महाराज ही वे महात्मा है. वे सदैव ही परमार्थ गंगा तट से वसुधैव कुटुम्बकम् का दिव्य संदेश प्रसारित करते हैं. उन्होंने कहा कि सम्पूर्ण भारत परमार्थ निकेतन में जीता है. अग्नि अखाड़ा से माँ कणकेश्वरी देवी जी ने कहा कि पूज्य स्वामी जी महाराज के सान्निध्य और मार्गदर्शन में परमार्थ निकेतन धाम निरंतर परमार्थ कार्यों में सेवारत है वास्तव में यह अनुकरणीय है. प्रकृति संरक्षण और मानव जगत को सुरक्षित रखने के लिये पूज्य स्वामी जी अद्भुत कार्य कर रहे हैं. विधानसभा अध्यक्ष उत्तराखंड ऋतु खंडूरी, वित्त मंत्री उत्तराखंड सरकार प्रेमचन्द अग्रवाल, कोठारी मंहत दामोदरदास जी महाराज, स्वामी कमलदास जी महाराज, सभी पूज्य संतों और विशिष्ट अतिथियों को स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने गौ के गोबर से युक्त गमले में लगा रुद्राक्ष का पौधा देकर अभिनन्दन किया.


Published: 04-06-2022

Media4Citizen Logo     www.media4citizen.com
खबर आज भी, कल भी - आपका अपना न्यूज़ पोर्टल