रोटेशन को लेकर वाहन कंपनियों की आपसी खींचतान
आगामी मई माह से प्रारंभ होने वाली चार धाम यात्रा व्यवस्था को लेकर संयुक्त रोटेशन व्यवस्था समिति में शामिल होने वाली दो बड़ी कंपनियों यातायात सहकारी संघ और टीजीएमओ की बैठक में रोटेशन गठन को लेकर आम सहमति ना बनने पर शीघ्र ही वाहन स्वामियों की 31 मार्च को आम बैठक बुलाकर निर्णय लिया जाएगा. रोटेशन बनाए जाने को लेकर उत्साह मोटर मालिकों पर ही निर्णय छोड़े जाने की बात कही गई है. यातायात सहकारी संघ के मुख्यालय में आयोजित संघ के अध्यक्ष मनोज ध्यानी की अध्यक्षता और जितेंद्र नेगी टीजीएम ओ के संचालन में चली बैठक के दौरान रोटेशन गठन को लेकर सभी पक्षों में काफी गहमागहमी हुई. परंतु कोई ठोस निर्णय न लिए जाने पर बैठक बुलाकर इस संबंध में निर्णय लिया गया.
उल्लेखनीय है कि रोटेशन के अंतर्गत टीजीएमओ के अंतर्गत 400 और यातायात सहकारी संघ के अंतर्गत 300 वाहन शामिल है लेकिन रोटेशन को लेकर अभी निर्णय लिए जाने को लेकर चल रही कंपनियों की आपसी खींचतान के कारण प्रशासन भी असमंजस की स्थिति में है. बताया जा रहा है कि यदि यही हाल रहा तो यह व्यवस्था इस बार प्रशासन के हाथ में चली जाएगी. वही कंपनियों के संचालकों का आरोप था कि उत्तराखंड में सभी वहां स्वामी चार धाम यात्रा पर आधारित हैं. यात्रा प्रारंभ होते ही अन्य प्रांतों से आकर वाहन चालक डग्गा मारी करते हुए करते हुए उनके व्यवसाय को प्रभावित कर रहे हैं. उसका नुकसान सभी वाहन स्वामियों को उठाना पड़ रहा है. वाहन स्वामियों का कहना था कि जिसे देखते हुए रोटेशन बढ़ाया जाना अत्यंत आवश्यक है. संभागीय परिवहन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि उनके द्वारा उनके द्वारा रोडवेज की बसों की व्यवस्था कर ली गई है. यदि और भी जरूरत पड़ेगी तो उपलब्ध करा लेंगे लेकिन यात्रा को प्रभावित नहीं होने देंगे.
बैठक में हरीश नौटियाल, नवीन रमोला, यशपाल राणा, कुंवर सिंह नेगी, बलवीर सिंह रौतेला, गजपाल सिंह रावत, मनोहर रौतेला, दयाल सिंह, दाताराम, रामचंद्र, जसपाल रौतेला, मेहर सिंह चौहान, रघुवीर सिंह रावत आदि उपस्थित थे.