कश्मीर पर फैसले से झूम उठे कनाडा में बसे भारतीय
जगदीश वर्मा समंदर : वृन्दावन : भारत सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 और 35 ए हटाने के फैसले पर देश के बाहर रह रहे भारतीय भी खुशी जता रहे हैं. सोमवार को कनाडा में अप्रवासी भारतीयों ने भागवत प्रवक्ता देवकीनंदन ठाकुरजी महाराज की अगुवाई में तिरंगा फहराकर मोदी सरकार को धन्यवाद दिया. यहाँ आयोजित श्रीमद्भागवत के पश्चात जब श्रद्धालुओं को भारत से यह समाचार मिला तो सभी खुशी से झूम उठे. ‘भारत माता की जय’के जयकारे के बीच देवकीनंदन महाराज ने भारतीय ध्वज फहराते हुये देशभक्ति के गीत गाये. ‘मेरा भारत-मेरा स्वाभिमान’संगठन के द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में कनाडा में रह रहे अप्रवासी भारतीयों ने भाग लिया. कनाडा के मोंट्रेयल शहर में भागवत प्रवचन कर रहे देवकीनंदन ठाकुरजी न370 की समाप्ति को देश के लिये एतिहासिक कदम बताया. उन्होने कहा कि 370 और 35 ए को लेकर मोदी सरकार से प्रबल अपेक्षा थी लेकिन सरकार इतनी शीघ्रता से इतना साहसिक फैसला ले लेगी इसका अनुमान नहीं था. नरेन्द्र मोदी की प्रशंसा करते हुये देवकीनंदन महाराज ने कहा कि 70 सालों में जो फैसला कोई प्रधानमंत्री नहीं कर सका वह भारत के एक सच्चे सपूत ने कर दिखाया है. प्रधानमंत्री ने यह बता दिया है कि अगर दिल में जज्बा हो और ईमानदारी से परिवार से पहले देश के लिये काम किया जाये तो सबकुछ मुमकिन है. गृहमंत्री अमित शाह ने देशवासियों की भावना को परिणाम तक पहुंचाया है. सरकार ने 70 साल की समस्या का निदान कर दिया है. कनाडा में रह रहे भारतीय सुरेन्द्र त्यागी ने कहा कि कश्मीर को ऐसे ही समाधान की जरूरत थी. भागवत कथा के चौथे दिवस श्रीकृष्ण जन्मोत्सव के बाद भारत से आयी इस खबर ने श्रद्धालुओं की प्रसन्नता को दोगुना कर दिया. देवकीनंदन महाराज ने इस श्रावण मास को भारत का सबसे शुभ श्रावण बताया. उन्होने कहा कि पहले सोमवार को चन्द्रयान का प्रक्षेपण कर भारत ने दुनिया में डंका बजाया, दूसरे सोमवार को मुस्लिम माता-बहनों को तीन तलाक के श्राप से मुक्ति दिलायी और तीसरे सोमवार को सरकार ने अब तक का सबसे साहसी फैसला लेकर कश्मीर के लोगों को आतंकवाद और अनिश्चतता के अंधेरे से आजादी दिलायी है. इस अवसर पर ‘मेरा भारत-मेरा स्वाभिमान’संगठन के सचिव विजय शर्मा, राकेश शर्मा, सचिन गुप्ता, अंकुर सिंघल, सुरेन्द्र त्यागी, विपिन नागपाल, विशाल वर्मा, आनंद मल्होत्रा, सुरेश सिंह ‘दादा’,किशोर चंदानी, मोहिनी शर्मा, सुशीला गुप्ता, सोनीया मिश्रा, मिनाक्षी बिन्दल आदि के साथ बड़ी संख्या में अप्रवासी भारतीय महिला-पुरुष और बच्चे उपस्थित रहे.