केंद्र की टीम लखनऊ पहुंची
पेंशन और पेंशनभोगी कल्याण विभाग, कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय, भारत सरकार ने केंद्र सरकार के पेंशनभोगियों के लिए डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र को बढ़ावा देने के लिए एक राष्ट्रव्यापी अभियान शुरू किया है. नवंबर 2021 में राज्यमंत्री (पीपी) डॉ. जितेंद्र सिंह ने किसी भी एंड्रॉइड मोबाइल फोन के माध्यम से जीवन प्रमाणपत्र जमा करने केलिए फेस ऑथेंटिकेशन तकनीक का शुभारंभ किया था. अब विभाग डिजिटल मोड के माध्यम से जीवन प्रमाणपत्र को बढ़ावा देने के लिए और फेसऑथेंटिकेशन तकनीक को लोकप्रिय बनाने के लिए विशेष राष्ट्रव्यापी अभियान शुरू कर रहा है.
सभी पंजीकृत पेंशनभोगी संघों, पेंशन संवितरण बैंकों, भारत सरकार के मंत्रालयों और सीजीएचएस वेलनेस केंद्रों को निर्देश दिया गया है कि वे पेंशनभोगियों के 'सुविधापूर्ण जीवन' के लिए, जीवन प्रमाणपत्र जमा करने हेतु डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र/फेस ऑथेंटिकेशन तकनीक को बढ़ावा देने के लिए विशेष शिविरों का आयोजन करें. इसी क्रम में, श्री संजीव नारायण माथुर, संयुक्त सचिव, पेंशन और पेंशनभोगी कल्याण विभाग के नेतृत्व में केंद्र सरकार का एक दल लखनऊ में 3 नवंबर को आ चुका है । अगले दो दिन - 4 और 5 नवंबर, 2022 को केंद्र सरकार के पेंशनभोगियों के लिए सभागार,प्रत्यक्ष कर भवन, 57, रामतीर्थ मार्ग, लखनऊ, उत्तर प्रदेश- 226001 में यह अभियान आयोजित किया जाएगा। केंद्रीय टीम ने सभी पेंशनभोगियों को इस अभियान से अधिकतम लाभ लेने का आह्वान किया है।