ऋषिकेश में सोमवार को त्रिवेणी घाट पर सभी छात्र-छात्राओं द्वारा भ्रष्टाचार के विरोध में प्रदर्शन किया गया और छात्रों द्वारा अपनी डिग्री की प्रतिलिपियां भी जलायी गई.
इसके तहत छात्राओं की निम्न मांगों को रखा-
1. विधानसभा की अवैध भर्तियों को तत्काल प्रभाव से निरस्त की जाएं एवं नई भर्ती को पारदर्शिता से करवाई जांए.
2. अधीनस्थ चयन आयोग की सदिग्ध भर्तियों को निरस्त कर उसमें संलिप्त व्यक्तियों को कठारतम दण्ड दिया जाए.
3. संघ लोक सेवा आयोग की तर्ज पर उत्तराखण्ड में भी परीक्षाओं की एक निर्धारित प्रणाली लागू की जाए.
4. अपनी असंवेदनशील बयानों के लिए राजनीतिक दलों के नेता माफी मांगे.
इस पर हिमांशु रावत का कहना है कि उत्तराखण्ड में विगत दिनों से हो रहे भर्तियों में धांधलियों का खुलासा व बेरोजगारों के साथ हो रहे छलावे से पूरे मेहनती छात्र आक्रोशित हैं. स्वतंत्र भारत में संविधान भी बोलने की आजादी देता है तो आज छात्रों की ये आवाज शासन-प्रशासन तक पहुंचनी चाहिए.
इस प्रदर्शन में ऋषिकेश के समस्त छात्र-छात्राओं, अभिभावकों, शिक्षकों एवं जागृत संवेदनशील नागरिकों हिमांशु रावत, पंकज रमेश कपरूवाण, विजय आजाद, संजय सिल्सवाल, राजेश कुमार, रविन्द्र, बृजेश, अभिषेक, आकांक्षा, मुस्कान, अंकित, आकाश, अतुल ध्यानी, मंयक बुटोला, सुरेन्द्र, पुजा, सौरव, बीरबल, गोविन्द, गोपाल, मोनिका, दीपक आदि शामिल हुए.