पेरेंट्स को मिलेगी विशेष आर्थिक सहायता
चीन की कम्युनिस्ट सरकार ने थ्री-चाइल्ड पॉलिसी को मंजूरी दी है। चीनी सरकार ने यह भी कहा है कि वो तीन बच्चे पैदा करने वालों को आर्थिक प्रोत्साहन भी देगी। चीन में बहुत समय से चाइल्ड पॉलिसी में बदलाव की मांग हो रही थी। अपनी वन -चाइल्ड पॉलिसी की विश्व भर में आलोचना के कारण 2016 में उसने टू -चाइल्ड की पॉलिसी लागू की थी। अब इसमें फिर बदलाव किया गया है।
इसी वर्ष मई में सत्ता में आई कम्यूनिस्ट पार्टी ऑफ़ चाइना ने सभी पेरेंट्स को तीन बच्चे पैदा करने की इजाजत दी थी। नेशनल पीपुल्स कांग्रेस की स्टैंडिंग कमेटी ने 20 अगस्त को इस नीति को पास कर दिया है। इसके साथ ही इस बिल में चीनी सरकार इंश्योरेंस ,फाइनेंस ,एजुकेशन ,टैक्स ,हाउसिंग और नौकरी जैसे क्षेत्रों में पेरेंट्स की मदद करेगी ताकि पेरेंट्स पर परवरिश का आर्थिक बोझ न पड़े।
वन -चाइल्ड पॉलिसी को लागू करने के पश्चात् चीन में 60 से ज्यादा उम्र के लोगों की आबादी 26 करोड़ से भी ज्यादा हो गयी है। आने वाले 10 साल में चीन की 1 /4 आबादी 65 से ज्यादा उम्र की होगी। चीन में बुजुर्गों की आबादी लगातार बढ़ने के कारण वहाँ काम करने वाले युवाओं की कमी हो गयी है। इस मुसीबत से बचने के लिए चीन को रिटायरमेंट की उम्र को बढ़ाना पड़ा है जिससे वहां काम करने वालों की कमी न हो। 2010 तक चीन में 15 -59 साल तक के उम्र की आबादी 70 % से अधिक थी जो 2020 में 63.4%रह गयी है।
दुनिया में चीन की जन्म दर सबसे कम है और यह आंकड़ा लगातार कम होता जा रहा है। साल 2016 में चीन में 1.8 करोड़ बच्चे पैदा हुए थे। साल 2019 में यह आंकड़ा 1.4 करोड़ पर आ गया। और 2020 में यह आंकड़ा 1.2 करोड़ हो गया जो 1960 के बाद सबसे कम है।
वर्ल्ड बैंक के अनुसार 2030 -40 तक चीन की आबादी पीक पर होगी लेकिन उसके बाद इसकी आबादी में गिरावट आने लगेगी। 2100 तक चीन की जनसंख्या करीब 1 अरब ही रह जाएगी जो अभी 1.44 अरब है।