रविंद्रालय चारबाग में शुभारम्भ
लखनऊ पुस्तक मेले का शुभारंभ हुआ, जिसमें मशहूर चित्रकार प्रो0 सुखवीर सिंघल के चित्रों की भी कला प्रदर्शनी का शुभारंभ हुआ।
इस कला प्रदर्शनी में एक ओर दर्शक विविध कला से रूबरू होने के साथ साथ पुस्तकों का भी अवलोकन कर सकते है,
तो दूसरी ओर 7 से 10 मार्च तक कला प्रेमियों के लिए एक कार्यशाला (2 से 4 बजे) का भी आयोजन किया गया है, जिसमे डा0 स्तुति सिंघल द्वारा आगंतुकों को प्रो0 सुखवीर की वाश पेंटिंग की तकनीक और वाश पेंटिंग की बारीकियां सिखाई जाएगी।
कार्यक्रम की आयोजक प्रियम चंद्रा ने बताया कि साहित्य और कला का यह एक अनुपम संगम है, जिसका ध्येय कला और संस्कृति को इस अनोखी पेंटिंग से आज की पीढ़ी तक पहुंचना है।
प्रो0 सिंघल की कला ’भारतीय संस्कृति, परम्पराओं, दर्शन और अध्यात्म’ से ओत प्रोत हैं , उनकी लिखी पुस्तक “भारतीय चित्रकला पद्धति” और उनकी जीवनी पर आधारित एक ‘मोनोग्राफ’ भी दर्शकों के लिए यहां उपलब्ध है|
पुस्तक मेले में प्रवेश निः शुल्क है, प्रातः 11 बजे से रात्रि 9 बजे तक इसका अवलोकन किया जा सकता है।